Breaking

Friday, 11 March 2022

श्री हनुमान चालीसा- Hanuman chalisa lyrics in Marathi- Hanuman chalisa Marathi PDF

Hanuman Chalisa lyrics in Marathi


hanuman chalisa lyrics in marathi
hanuman chalisa lyrics in marathi


 

॥ दोहा ॥



श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥

 

 

 

 

॥ चौपाई ॥


जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर 
॥०१॥

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनी-पुत्र पवनसुत नामा 
॥०२॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी 
॥०३॥

कंचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुण्डल कुंचित केसा 
॥०४॥

हाथ बज्र और ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेऊ साजै 
॥०५॥

संकर सुवन केसरी नंदन ।
तेज प्रताप महा जग बन्दन 
॥०६॥

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर 
॥०७॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया 
॥०८॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा 
॥०९॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे 
॥१०॥

लाय संजीवन लखन जियाये ।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये 
॥११॥

रघुपति किन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई 
॥१२॥

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं 
॥१३॥

सनकादिक ब्रम्हादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा 
॥१४॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते 
॥१५॥

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा ।
राम मिलाय राज पद दीन्हा 
॥१६॥

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना ।
लंकेस्वर भए सब जग जाना 
॥१७॥

जुग सहस्त्र जोजन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू 
॥१८॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं 
॥१९॥

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते 
॥२०॥

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे 
॥२१॥

सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रच्छक काहू को डर ना 
॥२२॥

आपन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तें काँपै 
॥२३॥

भूत पिसाच निकट नहिं आवै ।
महाबीर जब नाम सुनावै 
॥२४॥

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरन्तर हनुमत बीरा 
॥२५॥

संकट तें हनुमान छुडावे ।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै 
॥२६॥

सब पर राम तपस्वी राजा ।
तिन के काज सकल तुम साजा 
॥२७॥

और मनोरथ जो कोई लावै ।
सोहि अमित जीवन फल पावै 
॥२८॥

चारो जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा 
॥२९॥

साधु सन्त के तुम रखवारे ।
असुर निकन्दन राम दुलारे 
॥३०॥

अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता 
॥३१॥

राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा 
॥३२॥

तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै 
॥३३॥

अन्त काल रघुबर पुर जाई ।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई 
॥३४॥

और देवता चित्त न धरई ।
हनुमत सेही सर्ब सुख करई 
॥३५॥

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरे हनुमत बलबीरा 
॥३६॥

जय जय जय हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं 
॥३७॥

जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बन्दि महा सुख होई 
॥३८॥

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा 
॥३९॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय मह डेरा 
॥४०॥


 

॥ दोहा ॥

पवनतनय संकट हरन मंगल मुर्ति रूप ।
राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ॥

 



॥ जय-घोष ॥

बोल बजरंगबली की जय ।
पवन पुत्र हनुमान की जय ॥


 









आमच्या वेबसाइटवर येऊन तुम्ही श्री हनुमान चालीसा वाचल्याने पवित्र झाला असाल. जर तुम्हाला hanuman chalisa lyrics in Marathi- Hanuman chalisa Marathi PDF हे लेख आवडले असेल तर ह्यास नक्की शेअर करा. धन्यवाद!

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad

पेज